बदायूं: चहेते ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के लिए टेंडर में हुई खिलवाड़

बदायूं: चहेते ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के लिए टेंडर में हुई खिलवाड़


58 करोड़ के काम को दिखाया 1 लाख का   

बदायूं में लोक निर्माण विभाग के कुछ कर्मचारियों ने एक निजी फर्म को अनुचित लाभ पहुंचाने के लिए टेंडर प्रक्रिया में गड़बड़ी की है। मुरादाबाद-फर्रुखाबाद हाईवे पर बदायूं से उसावां तक 36 किमी सड़क चौड़ीकरण व सौंदर्यीकरण का 58 करोड़ 13 लाख रुपये का काम एबी इंफ्राजोन प्राइवेट लिमिटेड को मिला था।


फर्म की वित्तीय क्षमता बढ़ाई गई 

अनुबंध के बाद अक्टूबर 2023 में विभाग के लिपिक संजीव कुमार ने प्रहरी पोर्टल पर इस कार्य की लागत 1 लाख 9 हजार रुपये ही दर्शा दी। जबकि असली लागत 58 करोड़ से अधिक थी। इससे फर्म की वित्तीय क्षमता काफी बढ़ गई और वह अन्य टेंडर भी ले सकती थी।  


3 कर्मचारी निलंबित/हटाए गए  

इस गड़बड़ी की जांच में संलिप्त पाए जाने पर अधीक्षण अभियंता ने लिपिक संजीव कुमार को निलंबित कर दिया है। वहीं दो अन्य आउटसोर्सिंग कर्मचारियों राम माहेश्वरी और संजय गोयल की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। एक्सईएन देवपाल को विस्तृत जांच के आदेश दिए गए हैं।


मुरादाबाद से मिली शिकायत 

मुरादाबाद पीडब्ल्यूडी से निकले एक टेंडर के लिए भी इसी फर्म ने आवेदन किया था। जनवरी 2024 में वहां से इस खिलवाड़ की शिकायत मिली थी। इस पर मुरादाबाद में जांच शुरू हुई और मार्च अंत तक पूरी हो गई। इसी बीच फर्म को भी ब्लैकलिस्ट कर दिया गया।  


यह मामला खुलासा करता है कि कैसे कुछ लालची कर्मचारी और ठेकेदार मिलकर भ्रष्टाचार करते हैं और अनियमितताएं करते हैं। जांच एजेंसियों को इस पर और गहरी जांच करनी चाहिए ताकि इस तरह के गलत तरीकों पर लगाम लगाई जा सके।

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