गर्भवती महिला फर्श पर तड़पती रही, डॉक्टरों का इंतजार करते हुए बिगड़ी हालत
बदायूं के महिला अस्पताल में शुक्रवार को एक चौंकाने वाला मामला सामने आया, जहां ओपीडी में डॉक्टरों की अनुपस्थिति के कारण मरीजों को घंटों तक इंतजार करना पड़ा। इस दौरान एक गर्भवती महिला की हालत बिगड़ गई और उसे फर्श पर ही लेटे रहना पड़ा।
प्रमुख घटनाक्रम:
1. दोपहर एक बजे तक एक भी महिला डॉक्टर मौजूद नहीं थी।
2. एक गर्भवती महिला तीन घंटे तक फर्श पर तड़पती रही।
3. मरीजों के हंगामे के बाद सीएमएस ने फोन कर डॉक्टर को बुलाया।
4. करीब 1:20 बजे एक डॉक्टर पहुंची और उपचार शुरू हुआ।
5. 50 से अधिक महिलाएं बिना इलाज के लौट गईं।
मरीजों और परिजनों की प्रतिक्रियाएं
गर्भवती की पति का बयान:
"हम सुबह 10 बजे से यहां थे। तीन घंटे तक मेरी पत्नी फर्श पर तड़पती रही।"
अन्य मरीजों की शिकायतें:
- "दस बजे से यहां हूं, एक बज गया पर कोई डॉक्टर नहीं।"
- "नौ बजे से आई हूं, किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता।"
प्रशासन का पक्ष
सीएमएस डॉ. इंदुकांत वर्मा ने कहा कि डॉ. आकांक्षा यादव 10:15 बजे पहुंची थीं, लेकिन कुछ समय के लिए चली गईं। अन्य डॉक्टरों से गायब होने का कारण पूछा गया है।
निष्कर्ष
यह घटना महिला अस्पताल में व्याप्त लापरवाही और कुप्रबंधन को दर्शाती है। मरीजों की सुरक्षा और समय पर उपचार सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कदम उठाने की आवश्यकता है।