बच्चे के परिजनों का दावा: चालक ने 2 घंटे अपने घर पर रुककर बिताए
बदायूं के बिनावर क्षेत्र के गांव पुठी सराय निवासी हरिनन्दन के 9 माह के बेटे आशीष की बरेली जिला अस्पताल से सैफई ले जाते समय एंबुलेंस में ही मौत हो गई। परिजनों ने एंबुलेंस चालक पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
एंबुलेंस चालक पर लापरवाही का आरोप
- आशीष के चाचा शिनंदन का आरोप है कि एंबुलेंस चालक सीधे सैफई नहीं गया।
- चालक एंबुलेंस बरेली के नकटिया से 5 किमी दूर मोहनपुर ठिरिया गांव ले गया।
- वहां अपने घर पर चालक ने डेढ़-2 घंटे बिताए और नहा-खाकर कपड़े भी बदले।
- इतनी देर तक एंबुलेंस में बच्चा तड़पता रहा और उसकी हालत गंभीर हो गई।
परिजन लगा रहे हैं शिकायत करने की बात
- परिजनों का कहना है कि चालक की लापरवाही की वजह से ही बच्चे की मौत हुई।
- वे इस मामले में शिकायत करने की बात कह रहे हैं।
अधिकारियों ने खारिज किए आरोप
- हालांकि एंबुलेंस विभाग के अधिकारियों ने परिजनों के आरोपों को खारिज कर दिया है।
- उनका कहना है कि एंबुलेंस में जीपीएस लगा है और उसके आंकड़े गलत नहीं हो सकते।
- एंबुलेंस को नकटिया जाने की जानकारी नहीं मिली है।
- 3 घंटे में सैफई पहुंचने के बाद चालक 2 घंटे कैसे घर पर रुक सकता है?
इस प्रकार एक बच्चे की मौत को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। एक तरफ परिजन लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं, वहीं विभाग इसे खारिज कर रहा है। आगे की जांच पूरे मामले पर रोशनी डालेगी।