बदायूं: जिला महिला अस्पताल में प्रसव के लिए ऑपरेशन के दौरान सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता (एडीजीसी) की अधिवक्ता पत्नी के पेट में डॉक्टर ने कपड़ा और दस्ताने छोड़ दिए। पेट में टांके लगाने के बाद तीन दिन अस्पताल में भर्ती रखा। इसके बाद छुट्टी कर दी। घर पहुंचने के बाद हालत बिगड़ने पर परिजनों ने जांच कराई तब पेट में कपड़ा और दस्ताने होने का पता चला। इससे गुस्साए परिजनों ने जमकर हंगामा किया।
सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के मोहल्ला अंबिकापुरी निवासी चार्वाक कश्यप शाहजहांपुर में सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता के पद पर कार्यरत हैं। उनकी पत्नी हिमानी कश्यप भी वकील हैं। चार्वाक ने हिमानी को प्रसव पीड़ा होने पर 28 जनवरी को जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया था। डॉक्टर ने ऑपरेशन से प्रसव कराने के बाद टांके लगा दिए।
अस्पताल से छुट्टी होने पर चार्वाक पत्नी और बच्चे को घर ले गए। 18 दिन बाद मंगलवार देर शाम हिमानी की अचानक हालत बिगड़ गई। परिवार के लोग उन्हें तुरंत महिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां अल्ट्रासाउंड करने पर पता चला कि ऑपरेशन के दौरान कपड़ा और दस्ताने पेट में ही छूट गए हैं। इस पर परिवार के लोगों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच की। बुधवार को पीड़ित परिवार ने कोतवाली में तहरीर देकर डॉक्टर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने की मांग की है।