आरिश का हल्द्वानी कनेक्शन
बदायूं का आरिश हल्द्वानी में कबाड़ खरीदने और बेचने का काम करता था। हल्द्वानी हिंसा में उसके सिर में गोली लगी थी। आरिश बदायूं के सहसवान कस्बे का निवासी था और हिंसा में उसे गंभीर चोटें आईं। उसे बरेली के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी बीमारी के चलते उसकी मौत हो गई।
आखिर क्या हुआ था हल्द्वानी में बवाल
8 फरवरी को हल्द्वानी में हुआ बवाल, नगर निगम की टीम मस्जिद और मदरसे के अवैध अतिक्रमण को हटाने गई थी। इसके दौरान भीड़ ने पुलिस टीम पर पथराव किया और पेट्रोल बम भी फेंका गया। इसी दौरान गोलीबारी शुरू हो गई और स्थानीय वायुयान से गोलियां चलाई गईं। इसके बाद स्थिति और बिगड़ी और तनाव बढ़ा। मकानों और दुकानों में तोड़फोड़ हुई और अन्य हिंसात्मक घटनाएं घटित हुईं। इसके पश्चात सुरक्षा के लिए कर्फ्यू लगाना पड़ा। उत्तराखंड सरकार ने दंगाइयों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए गोली मारने का आदेश जारी किया।
हल्द्वानी हिंसा में छह लोगों में से एक था आरिश
हल्द्वानी हिंसा में शामिल 6 लोगों में से एक युवक आरिश भी था, जिनमें से एक गोली की चोट के कारण घायल हो गए थे। उसे चुपचाप बरेली ले जाया गया, जहां उसका इलाज किया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई। उसका परिवार शुक्रवार को उसकी लाश को लेकर सहसवान पहुंचा और उसे चुपचाप दफन कर दिया। युवक की मौत के बाद उसका पोस्टमार्टम नहीं किया गया।