उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के उघैती क्षेत्र में गंभीर बिजली संकट ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। खितौरा बिजलीघर से आपूर्ति पाने वाले लगभग 30 गांवों में स्थिति विशेष रूप से चिंताजनक है। यहां की वर्तमान स्थिति पर एक नज़र डालते हैं:
1. बिजली आपूर्ति की स्थिति:
- दिन-रात मिलाकर केवल 4-5 घंटे बिजली उपलब्ध
- लो वोल्टेज की समस्या से नलकूप नहीं चल पा रहे
2. किसानों पर प्रभाव:
- धान की फसलों की सिंचाई बाधित
- फसलें सूखने का खतरा
- एक किसान ने निराशा में 10 बीघा धान की फसल को ट्रैक्टर से पलट दिया
3. भारतीय किसान यूनियन का विरोध:
- बुधवार को धरना प्रदर्शन आयोजित
- अधिशासी अभियंता को 24 घंटे बिजली आपूर्ति की मांग का ज्ञापन सौंपा
- बड़े पैमाने पर आंदोलन की चेतावनी
4. प्रशासनिक उदासीनता:
- अवर अभियंता और एसडीओ का फोन न उठाना
- शासन के निर्देशों के बावजूद अधिकारियों की अनुपलब्धता
इस संकट ने स्थानीय कृषि अर्थव्यवस्था को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। किसानों की आजीविका खतरे में है और उनकी निराशा बढ़ती जा रही है। स्थानीय प्रशासन और बिजली विभाग के अधिकारियों से तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है ताकि इस समस्या का समाधान किया जा सके और किसानों को राहत मिल सके।