मुख्य बिंदु:
1. 2015 में स्थापित भूमिगत लाइन में लगातार फॉल्ट
2. नई लाइन के लिए शासन से मिली मंजूरी
3. टेंडर प्रक्रिया शुरू, बारिश के बाद काम आरंभ होने की संभावना
पृष्ठभूमि:
- 2015 में करोड़ों रुपये खर्च कर भूमिगत बिजली लाइन स्थापित
- वर्तमान में चरमराई बिजली व्यवस्था का मुख्य कारण
प्रक्रिया:
1. समस्या को देखते हुए नई लाइन का प्रस्ताव शासन को भेजा गया
2. शासन से मिली मंजूरी
3. टेंडर प्रक्रिया शुरू
4. बारिश के बाद कार्य आरंभ होने की उम्मीद
अधिकारी का बयान:
मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के अधिशासी अभियंता संजय कुमार: "शहर में लगातार भूमिगत बिजली लाइन में फॉल्ट होने से बिजली व्यवस्था ठीक नहीं हो पा रही है। शासन से इसको बदलवाने की मंजूरी दे दी है। टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद कार्य शुरू कराया जाएगा।"
विश्लेषण:
यह कदम बदायूं शहर की बिजली व्यवस्था में सुधार के लिए महत्वपूर्ण है। इससे:
1. बार-बार होने वाले फॉल्ट की समस्या का समाधान हो सकता है
2. शहर की बिजली आपूर्ति में स्थिरता आएगी
3. नागरिकों को बेहतर बिजली सेवा मिल सकेगी
हालांकि, यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण होगा कि:
- नई लाइन गुणवत्तापूर्ण हो और लंबे समय तक चले
- स्थापना के दौरान न्यूनतम व्यवधान हो
- भविष्य में नियमित रखरखाव किया जाए
इस परियोजना की सफलता शहर के विकास और नागरिकों की जीवन गुणवत्ता में सुधार के लिए महत्वपूर्ण होगी।