मुख्य बिंदु
1. बारिश का असर: सब्जियों के दाम में अचानक बढ़ोतरी
2. थोक vs फुटकर: 40-50% तक का अंतर
3. उत्पादकों को सीधा लाभ नहीं
4. लोगों की रसोई का बजट प्रभावित
सब्जियों के दाम (प्रति किलोग्राम)
| सब्जी | थोक भाव (₹) | फुटकर भाव (₹) |
|---------|-------------|----------------|
| टमाटर | 30-40 | 60-80 |
| भिंडी | 25-30 | 60 |
| आलू | 27 | 35 |
| गोभी | 35 | 65 |
| बैंगन | 30 | 50 |
| कटहल | 25 | 45 |
| अरबी | 50 | 80 |
| मिर्च हरी| 50 | 80 |
व्यापारियों और उपभोक्ताओं की प्रतिक्रियाएं
1. थोक व्यापारी: पिछले 6-7 दिनों में थोक बाजार में भी भाव बढ़े हैं
2. फुटकर विक्रेता: थोक में महंगाई के कारण फुटकर दाम बढ़े, छंटाई में नुकसान की भरपाई भी करनी पड़ती है
3. उपभोक्ता: हरी सब्जियों ने रसोई का बजट बिगाड़ दिया है
प्रभावित क्षेत्र
बदायूं के अलावा उझानी, सहसवान, बिल्सी और बिसौली में भी थोक सब्जी व्यापार प्रभावित
यह स्थिति मौसमी प्रभावों और आपूर्ति श्रृंखला में मध्यस्थों की भूमिका को दर्शाती है। उपभोक्ताओं और किसानों दोनों के हित में नीतिगत हस्तक्षेप की आवश्यकता हो सकती है।