BUDAUN NEWS: बरेली-मथुरा हाईवे चौड़ीकरण में 9 धर्मस्थल और 115 निर्माण आएंगे जद में
बदायूं में बरेली-मथुरा नेशनल हाईवे (एनएच 530 बी) के चौड़ीकरण के लिए 9 धर्मस्थल और 115 अन्य निर्माणों को चिह्नित किया गया है। एनएचएआई द्वारा किए गए इस चिह्नीकरण के बाद इन धर्मस्थलों और निर्माणों को हटाया जाएगा।
265 किलोमीटर लंबे इस हाईवे को चार चरणों में चौड़ा किया जाएगा। तीसरे चरण में कासगंज से बदायूं और चौथे चरण में बदायूं से बरेली के बीच काम होगा।
मुख्य बातें:
- हाईवे चौड़ीकरण के लिए 9 धर्मस्थल और 115 अन्य निर्माण चिह्नित
- कासगंज से बदायूं और बदायूं से बरेली के बीच होगा काम
- उझानी के छतुइया और मलगांव में रेलवे ओवर ब्रिज बनेंगे
- 56 हेक्टेयर वन विभाग की जमीन और निजी जमीन का अधिग्रहण
- मार्च के अंत तक निर्माण शुरू होने की उम्मीद
धर्मस्थलों का स्थानांतरण:
कुछ धर्मस्थलों को दूसरे स्थान पर स्थानांतरित किया जाएगा।
निजी निर्माणों का मुआवजा:
हाईवे के दोनों ओर निजी भूमि पर बने निर्माणों को ध्वस्त करने के लिए मुआवजा दिया जाएगा।
सरकारी भूमि पर कब्जा:
सरकारी भूमि पर कब्जा करा किए गए निर्माणों के बदले मुआवजा नहीं मिलेगा।
अन्य जानकारी:
- कासगंज से बदायूं के बीच अधिग्रहण के लिए भूमि चिह्नीकरण का काम लगभग पूरा
- चौथे चरण में बदायूं-बरेली के बीच भूमि चिह्नीकरण का काम शुरू
- 15 स्थानों पर अंडरपास बनेंगे
- वन विभाग को 56 हेक्टेयर भूमि के बदले अन्य स्थान पर भूमि उपलब्ध कराई जाएगी
- दातागंज तहसील में दो स्थानों पर भूमि देखी गई है
एनएचएआई का बयान:
एनएचएआई के परियोजना निदेशक उत्कर्ष शुक्ला ने कहा है कि भवनों और धर्मस्थलों को चिह्नित कर लिया गया है। कुछ धर्मस्थलों को शिफ्ट भी किया जाना है। निर्माणों को चिह्नित करने के बाद आगे की कार्रवाई के लिए फाइल प्रशासन को भेजी गई है।
निष्कर्ष:
बरेली-मथुरा हाईवे चौड़ीकरण एक महत्वपूर्ण परियोजना है, जिससे क्षेत्र में यातायात में सुधार होगा। हालांकि, इस परियोजना के कारण कुछ धर्मस्थलों और निर्माणों को हटाया जाना होगा। एनएचएआई को इस मामले में प्रभावित लोगों को उचित मुआवजा और पुनर्वास प्रदान करना चाहिए।