ये लिखा था सुसाइड नोट में -
सूत्रों के मुताबिक महिला जज ने सुसाइड नोट में लिखा है कि
" सुबह उठकर एक ही जैसी दिनचर्या में लगने से वह ऊब सी गई हैं। "
" वह जो कर रही हैं उसके लिए कोई दोषी नहीं है। "
उन्होंने अपनी मौत के बाद उनके खरगोशों का ध्यान रखने के लिए भी लिखा। साथ ही अपना अंतिम संस्कार सरयू नदी किनारे करने के लिए भी लिखा।
पेशकार को बुलाकर चेक कराया सुसाइड नोट -
महिला जज के कमरे मिले सुसाइड नोट के बाद एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने उनके पेशकार को मौके पर बुलाया था। उन्हें सुसाइड नोट दिखाया गया और महिला जज के हस्ताक्षर दिखाए। पेशकार ने महिला जज की ही लिखावट और हस्ताक्षर बताए। बताया जा रहा है कि मौके से मिला सुसाइड नोट फॉरेंसिक लैब भेजा जाएगा। उसकी जांच कराई जाएगी।
जज के पिता का बड़ा दावा -
बदायूं में सरकारी आवास में फंदे से लटकी मिली महिला जज के पिता अशोक कुमार राय का कहना है कि उनके परिवार में कोई भी व्यक्ति इतना कमजोर नहीं है और न ही उनकी बेटी कमजोर थी। वह बहुत मजबूत थी और किसी भी कीमत पर आत्महत्या नहीं कर सकती। उसकी हत्या हुई है। देर शाम उन्होंने अज्ञात के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
Conclusion -
3 फरवरी शनिवार की सुबह, महिला जज ने आत्महत्या क्यों की यह जांच का विषय है. पुलिस के वरिष्ठ अधिकरी इस मामले की जांच में जुटे हुए हैं. फॉरेंसिक टीम द्वारा भी सुबूत जुटाए गए हैं. उनके परिजनों को भी जानकारी दे दी गई है.