BHARAT CHAWAL: अब मात्र ₹29 रुपए में मिलेगा बासमती चावल का स्वाद, भारतीय सरकार का आम आदमी को तोहफा

कैसे मिलेगा ₹29 किलो चावल 

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सरकार ने घरेलू आवश्यकताओं के दामों को नियंत्रित करने के लिए एक नई पहल की है और अब वह भारत ब्रांड के तहत ₹29 रुपए प्रति किलो पर चावल बेचेगी। इस पहल के अंतर्गत, आटा और दालों के साथ ही चावल भी सरकारी ब्रांड के तहत उपलब्ध होंगे। यह सभी उत्पाद भारतीय नेशनल एग्रीकल्चरल कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (Nafed), नेशनल कोऑपरेटिव कंज्यूमर्स फेडरेशन (NCCF) और केंद्रीय भंडार आउटलेट के माध्यम से बेचा जाएगा।

पहले भारत आता और अब भारत चावल 

पहले ही 6 नवंबर 2023 को, सरकार ने गेहूं की बढ़ती कीमत के कारण 'भारत आटा' को ₹27.50 रुपए प्रति किलो पर लॉन्च किया था। इस पहल के द्वारा सरकार ने खाद्य आइटम्स के दामों को नियंत्रित करने का प्रयास किया और अब चावल भी उसी प्रक्रिया में शामिल किए जा रहे हैं। वर्तमान में, देश में चावल की औसत कीमत ₹43 रुपए प्रति किलो है, जो सरकारी ब्रांड के तहत बेचे जाने वाले ₹29 रुपए प्रति किलो से कहीं अधिक है।

महंगाई है कारण 

महंगाई की बढ़त के संदर्भ में, नवंबर में अनाज की कीमतें 10.27% तक बढ़ गईं, जिससे खाने-पीने की महंगाई में 8.70% की वृद्धि हुई। इससे साफ है कि बाजार में महंगाई की चपेट में आने के कई कारण हैं। 

CPI (Consumer Price Index) के माध्यम से महंगाई की मात्रा को मापा जाता है, जिसमें खाद्य और अन्य वस्त्रों के मूल्यों का महत्वपूर्ण योगदान होता है।

इसके अलावा, बाजार में पैसों के अत्यधिक बहाव और चीजों की कमी के कारण महंगाई बढ़ सकती है, जो उपभोक्ताओं के लिए अधिकारिक बन सकता है। अगर चीजों की मांग बढ़ती है और सप्लाई कम होती है, तो इन चीजों की कीमतें बढ़ सकती हैं। इस प्रकार, महंगाई का स्तर बाजार की स्थिति पर निर्भर करता है।

इसी महंगाई को दूर करने के लिए भारतीय सरकार ने भारत चावल और भारत आते जैसी मुहिम को चलाया है जिससे गरीब खाने के लिए परेशान ना हो 

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