बदायूं में दुखद घटना: लापता सफाईकर्मी का शव फंदे पर लटका पाया
6 फरवरी से लापता थे, सोमवार को मिला था इरशाद का शव, जो एक सफाईकर्मी थे तहरा गाँव से.
रहस्यमय सुसाइड नोट: वित्तीय लेन-देन के सवालों ने उठाए सवाल
शव के पास पाया गया एक सुसाइड नोट ने खोली इस दुखद घटना की एक संभावित कहानी, जिसमें वित्तीय लेन-देन का जिक्र है.
पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा, परिवार ने बातचीत में अबतक की तव्वाल बनाए रखी है
परिवार ने अबतक पुलिस को तहरीर नहीं दी है, इसके बावजूद पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है.
लापता सफाईकर्मी की खोज खत्म हुई, दुखद नतीजे के साथ
6 फरवरी को लापता हो गए इरशाद की खोज ने इस दुखद परिस्थिति का समापन किया.
परिवार का मौन शोक: अबतक कोई आपत्ति दर्ज नहीं की गई
यहां तक कि पुलिस को भी ऑफिशियल शिकायत नहीं मिली है, परिवार अपने शोक में चुप्पी बनाए रखा है, जिससे जांच में जटिलता बढ़ी है.
सफाई से आगे की ज़िन्दगी: दिल्ली में पढ़ाई कर रहे बच्चों और नेतृत्व की भूमिका
इरशाद की ज़िन्दगी में हमें एक सफाईकर्मी से अधिक, उसके रोल के परे की एक दृष्टि मिलती है, जिसमें उनके दिल्ली में पढ़ाई कर रहे बेटे और नेतृत्व की जिम्मेदारियों की भूमिका शामिल है.
परेशान भाइयों की कठिनाई: फैय्याज, इल्यास, और शमशाद शोक के बादल में
इरशाद की मौत के बाद, उनके तीन भाइयों, फैय्याज, इल्यास, और शमशाद का सामूहिक दुख का सामना करना पड़ रहा है.
Tags
budaun