सत्येंद्र को कोर्ट में लगभग डेढ़ लाख रुपये जमा करना था। पुलिस ने शुरूआती दिनों में उसके बारे में कुछ सुराग पाए, लेकिन उसने बार-बार पुलिस को चकमा देते रहे। हाल ही में मुरादाबाद जिले में होने की जानकारी मिली, लेकिन वहां भी उसे नहीं देखा गया।
मामले में लापरवाही के पर्दाफाश होने पर सिपाही कुलदीप कुमार को निलंबित कर दिया गया है और होमगार्ड छोटेलाल पर भी कार्रवाई की गई है।
सत्येंद्र की पत्नी रीना उससे जानमाल के खतरे को लेकर गहरे चिंतित हैं। उसने तीन दिन पहले पुलिस स्टेशन में इंस्पेक्टर मनोज कुमार सिंह से मिलकर उसे उसकी चिंता बताई। उसने बताया कि सत्येंद्र उसे किसी भी समय क्षति पहुंचा सकता है। उसने सत्येंद्र के खिलाफ गिरफ्तारी की मांग भी की थी।
यह पूरी घटना ने उन सवालों को उझानी पुलिस की क्षमता के बारे में उठाया है जो कानूनी विवादों में शामिल व्यक्तियों के संबंध में सुरक्षा प्रोटोकॉल की समीक्षा की आवश्यकता को उजागर किया है। समुदाय उस सत्येंद्र कुमार की खोज के लिए और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे, उसकी प्रतीक्षा कर रहा है।"